बैंक और जेब सब खाली फिर भी नहीं हारा हिम्मत, सरकार से लिया पैसे और खड़ा कर दिया यह तूफानी बिजनेस

Telegram Group Join Now

Business Idea: कहते हैं की “मुट्ठी उसकी खाली हर बार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती”, इस बात को बक्सर जिले के पंकज शाह ने सच साबित कर दिखाया है।

पंकज शाह गरीबी के कारण बड़े शहर में नौकरी करने गए, पर उस से संतुष्टि न मिलने की वजह से इन्होंने वापस अपने गांव में आकर एक छोटा सा बिजनेस शुरू किया और आज ये बढ़िया कमाई कर रहे हैं।

अपने इस काम में इन्होंने तीन से चार लोगों को रोजगार भी दिया हुआ है। आइये पंकज शाह की स्टोरी मे खाली जेब से लेकर तूफानी बिज़नेस खड़ा करने तक के सफर के बारे में जानते हैं।

इस तूफानी बिजनेस की स्टोरी

पंकज शाह बक्सर जिले के रहने वाले हैं, वह गरीब परिवार से संबंध रखते थे। पैसे कमाने के लिए दिल्ली की एक Private Company में काम करने के लिए चले गए। उन्होंने कुछ सालों तक वहां काम भी किया और अपनी आर्थिक स्थिति को सुधारने की कोशिश की, परंतु इन्हे अपनी जॉब से संतुष्टि नहीं मिली थी।

इसलिए उन्होंने गांव लौटकर कुछ कर गुजरने की इच्छा जताई। इन्होंने कई क्षेत्र में बिजनेस करने का प्रयास किया जिसमें से उन्हें कॉपी की फैक्ट्री स्थापित करने में सफलता मिली।

ये भी पढ़ें: कम पढ़े लिखे लोग के लिए आसान बिजनेस, सिर्फ 5 गज की जमीन और होगी सालों-साल कमाई

मुख्यमंत्री उद्यमी योजना से लिया ₹10 लाख

2022 में जब पंकज गाँव लौटे तो मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत आवेदन की प्रक्रिया की जा रही थी। गांव के युवाओं को रोजगार देने के लिए सरकार ने बहुत कम ब्याज दर पर लोन देने की घोषणा की थी।

इसके लिए पंकज ने भी आवेदन किया और उन्हें मुख्यमंत्री उद्यमी योजना के तहत 10 लाख रुपए मिले जिस से उन्होंने घर पर ही कंपनी स्थापित कर ली।

इस कंपनी को शुरू करने में उन्हें कई चुनौतियों का सामना भी करना पड़ा, फिर भी उन्होंने हिम्मत ना हारी और कॉपी की फैक्ट्री में कॉपी बनाकर अपने Area के बाजार, स्कूल और कॉलेज में स्टेशन की दुकानों पर कॉपी बेचने के लिए संपर्क किया।

ये भी पढ़ें: लागत की टेंशन छोड़ शुरू करें ये कम लागत वाले बिजनेस, पुरे साल होगी मोटी कमाई

हर वर्कर को दे रहे हैं ₹15000 सैलरी

पंकज अन्य युवाओं के लिए भी प्रेरणा स्रोत बन गए हैं। उन्हें देखकर दूसरे युवा भी छोटे-छोटे रोजगार में लग रहे हैं। पंकज ने अपनी कंपनी में तीन से चार लोगों को काम दे रखा है, जिन्हें वह हर महीने लगभग ₹15000 Salary देते हैं।

कार्यक्रम का काम मजदूरों की लागत, रूम का किराया और दूसरे खर्चे निकालने के बाद हर महीने वह लगभग 15000 रुपए की कमाई कर रहे हैं।

ये भी पढ़ें: 10वीं तक भी नहीं पढ़ा है यह आदमी, फिर भी घर बैठे कमा रहा है ₹60000 महीना

जिला स्थापना दिवस पर हो चुके हैं सम्मानित

कई बार सरकारी अधिकारियों ने उनकी निजी कंपनी का दौरा करके कंपनी में हो रहे काम की जांच पड़ताल भी की, जिसमें हमेशा ही सब कुछ सही पाया गया है।

जिला स्थापना दिवस एवं उद्योग विभाग की तरफ से बक्सर किला मैदान में समय-समय पर लगने वाली प्रदर्शनी मे अपने बेहतर कौशल प्रदर्शन के लिए इन्हें सम्मानित भी किया जा चुका है।

Leave a Comment