Business Idea: आज के समय में भी हमारे देश में बहुत सारी महिलाएं हैं जो कि चारदीवारी से ना सिर्फ बाहर आ रही हैं। बल्कि वो जीवन में जोखिम भी ले रही हैं। जिससे उनके जीवन में बदलाव आ रहा है।
आज भी हम आपको एक ऐसी ही महिला ही कहानी बताने जा रहे हैं। जिसने पहले तो खूब पढ़ाई की, इसके बाद उसकी मेहनत से उसे सरकारी नौकरी मिली। लेकिन इसके बाद उसने सरकारी नौकरी को भी ठुकरा कर अपना एक बिजनेस शुरू किया। जिससे आज वो हर महीने 2 लाख रूपए तक कमा रही है। साथ ही लोगों को रोजगार दे रही है।
सामान्य महिला का धमाल Business Idea
अगर हम उस महिला के नाम की बात करें तो उस महिला का नाम काव्या ढोबले दातखिले है। काव्या पहले मुंबई के अंदर रहा करती थी। उन्होंने जनरल नर्सिंग एंड मिडवाइफरी में डिप्लोमा किया हुआ है। डिप्लोमा के बाद उन्होंने मुंबई के लोकमान्य तिलक अस्पताल के अंदर काम करना शुरू कर दिया था।
साथ ही आगे चलकर उन्होंने यहां से नौकरी छोड़कर दो साल तक टाटा कैंसर अस्पताल के अंदर काम किया। इसके बाद साल 2017 के अंदर उनकी Bsc की डिग्री पूरी हो गई। इसके बाद वो दोबारा से मुंबई के सायन अस्पताल के अंदर चली गई। यहां पर उन्होंने साल 2019 से लेकर 2022 तक काम किया।
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कोरोना महामारी में मन में आया ख्याल
काव्या जब सायन अस्पताल के अंदर काम कर रही थी तभी बीच में कोरोना आ गया। इस दौरान उन्होंने देखा कि कैसे खूब पैसे वाले लोग भी कोरोना के आगे लाचार से हैं। लेकिन काम के दौरान ही वो भी कोरोना का शिकार हो गई।
बीतते दिनों के साथ उनकी हालत खराब होती गई। लेकिन इसके बाद उनकी हालत में सुधार हुआ और वो दोबारा से काम पर जाने लगी। इन दिनों में उनके जेहन में ख्याल आया कि हम लोग आज जो रसायन से जुड़ी चीजें खा रहे हैं। उससे लगातार बीमारी बढ़ती ही जा रही हैं। इसलिए जरूरी है कि हम खेती को रसायन से बचाएं। ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी इस जहर से बच सकें।
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75 हजार की नौकरी को छोड़ शुरू किया काम
इसके बाद उनके जेहन में आया कि अब जीवन में कुछ बदलाव किया जाए। इसके लिए सबसे पहले जरूरत थी कि वो अपनी नौकरी को छोड़ दें। लेकिन 75 हजार रुपए महीने तनख्वाह वाली नौकरी को छोड़ने की बात कहती है तो हर कोई उन्हें मना कर देता है। लेकिन उनके पति राजेश उनके इस फैसले में पूरी तरह से उनके साथ थे।
इसके बाद उन्होंने अपनी नौकरी को छोड़ दिया और अपने पति के गांव चली गई। क्योंकि खेती और किसानी से जुड़ा अगर कुछ करना है तो उसके लिए गांव से जुड़ी बेहद जरूरी था।
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आज करती हैं हर महीने लाखों की कमाई
काव्या आज अपने गांव में रहकर वर्मीकम्पोस्ट खाद तैयार करती हैं। इसके बाद उसे वो किसानों को बेचती हैं। साल 2022 और 23 के अंदर उनका टर्नओवर 24 लाख का था। लेकिन इस साल बढ़कर 50 साल तक पहुंच सकता है। इस वक्त वो पुणे के जिन्ना के दातखिलेवाड़ी गांव के अंदर रहकर अपना काम कर रही हैं। अब तक उन्होंने 200 किसानों को वर्मीकम्पोस्ट खाद बनाने की ट्रेनिंग दे दी है।
यूट्यूब पर उनका एक चैनल भी है। जहां पर वो किसानों के इंटरव्यू लेती हैं। आज उनके साथ काफी सारे किसान जुड़े हैं जो कि हर साल हजारों की वर्मीकम्पोस्ट खाद को खरीदते हैं। जिससे समाज में जागरूकता भी आती है।