Business Idea: हमारा देश आस्था से भरा है। हमारे देश में बहुत सारी ऐसी जगह है जहां पर हर साल लाखों लोग आते हैं। आज भी हम आपको एक ऐसी ही जगह और बिजनेस के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। जहां पर छठ के पर्व पर देशभर से तकरीबन 20 लाख लोग यानी कस्टमर जाते हैं।
खास बात ये है कि यहां पर आने वाले लोगों से यहां के निवासी महज कुछ दिनों के अंदर लाखों रुपए की कमाई कर लेते हैं। वो केवल छोटा सा काम करके। इसलिए आइए आज आपको हम उस मंदिर के बारे में जानकारी देते हैं।
इस त्यौहार बार स्टार्ट करें यह बिजनेस
अगर हम उस मंदिर की बात करें तो उस मंदिर का नाम है सूर्य मंदिर। यह बिहार के औरंगाबाद में है। यहां पर हर साल छठ पर्व पर 4 दिनों का मेला लगता है। जिसके अंदर ना सिर्फ बिहार से बल्कि देश के अन्य इलाकों से भी अच्छे खासे लोग आते हैं। दूर दूर से आने वाले लोग यहां पर आकर अनेकों चीजों को खरीदते हैं। जिससे यह एक तरह का बिजनेस हब भी बनकर उभरा है।
ये भी पढ़ें: घर में पड़े इस रद्दी चीज से ₹29000 रेगुलर इनकम, औरत और अनपढ़ भी करें शुरू
मुस्लिम परिवार भी कर रहे हैं या कारोबार
बिहार के औरंगाबाद के सूर्य मंदिर की खास बात ये है कि यहां पर छठ पर्व में काम करने वाले सूप और ओडिया बनाने का काम केवल अनुसूचित जाति और मुस्लिम लोग ही करते हैं। जिससे कहा जा सकता है कि इस मंदिर के अंदर आकर धर्म का भेद मिट जाता है। चार दिनों तक चलने वाले इस कार्तिक छठ महापर्व के मेले में हिन्दू हो या मुस्लिम हर कोई बेहद खुश नजर आता है। क्योंकि उसकी आस्था के इस पर्व से अच्छी कमाई होती है।
यह भी पढ़ें: मामूली रुपये की लागत से 120 दिन में बंपर कमाई, इसी नवंबर में करें शुरू
शॉर्टकट कमाई कराने वाला बिजनेस
यहां पर काम करने वाले दुकानदार बताते हैं इस चार दिवसीय मेले के अंदर सूप और दौरे की बड़ी मात्रा में बिक्री होती है। सूप की कीमत 70 से 100 रुपए तक होती है। जबकि पंखे की कीमत 30 से 35 रूपए। इसके अलावा ओडिया की कीमत 100 से 120 रुपए तक होती है। इस तरह से महज चार दिनों के अंदर यहां पर हर दुकान से लाखों रुपए का सामान बिक जाता है।
ये भी पढ़ें: सिर्फ ₹24000 की पूंजी और 80 थैला से प्रतिवर्ष ₹6 लाख से ज्यादा कमाई
20 लाख कस्टमर को बेचने का मौका
एक अनुमान के मुताबिक यहां पर हर साल चार दिनों के इस छठ महापर्व के अंदर 20 हजार लोग दूसरे राज्यों से आते हैं। जो कि यहां पर आकर रूम किराए पर लेते हैं और होटल में खाना खाते हैं। जिससे यहां पर इन चार दिनों के अंदर ही बहुत ज्यादा बिजनेस देखने का मिलता है।
जबकि अनुमान है कि यहां पर छठ महापर्व के दिनों में बिहार से 20 लाख महिलाएं आती हैं। जो कि यहां पर आकर छठी मइया को अर्घ्य देकर अपना व्रत खोलती हैं। जिससे कहा जाता है कि इस पर्व के अंदर ज्यादा फल की प्राप्ति होती है।
यह भी पढ़ें: वाह क्या बिजनेस है, मात्र ₹8400 की लागत से 2 महीने में ₹140000 कमाई
बिहार सरकार ने दिया ‘राजकीय मेले’ का दर्जा
सूर्य मंदिर के लगने वाले इस मेले में जिस तरह से हर साल लाखों लोग आते हैं उसे देखते हुए बिहार सरकार ने इसे राजकीय मेले का दर्जा दे दिया है। राजकीय मेले का दर्जा मिलने के बाद इस मेले का महत्व और ज्यादा बढ़ गया है। अब इस मेले के अंदर और भी ज्यादा दूर दूर से लोग आते हैं।