National Pension System Update: बुढ़ापे में पेंशन आदमी का सबसे बड़ा सहारा है क्योंकि वे इस उम्र में काम करके पैसे नहीं कमा सकते हैं। यही कारण है कि बहुत से लोग राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली में अपनी सैलरी, कमाई का कुछ पैसा निवेश कर रहे हैं ताकि रिटायरमेंट या बुढ़ापे में पेंशन प्राप्त कर सके।
इस स्कीम में 18 से 70 की उम्र वाले व्यक्ति निवेश कर सकते हैं। इस स्कीम को जनवरी 2004 में शुरू किया गया था, लेकिन कुछ राज्यों ने यह स्कीम लागू करने से मना करने की बात कही।
क्या है NPS यह कैसे काम करती है
एनपीएस का मतलब राष्ट्रीय पेंशन सिस्टम (National Pension System) है। यह भारत सरकार की एक पहल है जो सभी भारतीय नागरिकों को उनके रिटायरमेंट के बाद आर्थिक मदद देने के लिए बनाई गई है। यह एक स्वैच्छिक निवेश योजना है, जिसका मतलब है कि इसमें शामिल होना या न होना आपके ऊपर है। लेकिन, रिटायरमेंट के बाद आर्थिक रूप से सुरक्षित रहने के लिए यह एक बहुत अच्छा विकल्प है।
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NPS पर मोदी 3.0 का असर
मोदी 3.0 ने NPS के लिए बड़ा प्रस्ताव पेश किया है जिसके तहत रिटायरमेंट के बाद केंद्रीय कर्मचारियों को उनके वेतन के 40-50 फीसदी तक की पेंशन की गारंटी NPS के तहत दी जाएगी। यानी अगर आप 50,000 रुपये की नौकरी कर रहे हैं तो आपको ₹20,000-25,000 तक के पेंशन की गारंटी दी जाएगी।
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हालांकि कुछ लोगों का मानना है कि सरकार को लोगों के लाभ से ज्यादा NPS की स्कीम पर ध्यान देना चाहिए था जिसमें उनके अनुसार काफ़ी कमी है। हालांकि NPS पर मोदी 3.0 का प्रभाव क्या रहेगा यह आम जनता, नागरिक जो इस स्कीम में जुडने पर इच्छुक है या नहीं उनके फैसले पर ही निर्भर करता है कि वे इस स्कीम में निवेश करना चाहते हैं कि नहीं।