No Math Business Idea: हमारे आसपास ही ऐसे बहुत सारे लोग हैं जो कि आज के समय में दूसरे लोगों से कुछ अलग और हटकर काम कर रहे हैं। लेकिन हमें उनके बारे में अच्छी जानकारी नहीं होती है। इसलिए आज भी हम आपको एक ऐसे ही इंसान की कहानी बताने जा रहे हैं।
जिसने किसी जमाने में मजदूरी करके अपना घर चलाया। इसके बाद दुकान पर काम किया, लेकिन आज उसने खुद की फैक्ट्री डाल ली है। जिसमें अन्य लोगों को भी रोजगार देने का काम कर रहा है।
No Math Business Idea
अगर हम उस इंसान की बात करें तो उस इंसान का नाम है बिट्टू नारायण। बिट्टू बिहार के गया शहर में एक ठेला लगाने का काम करते थे। क्योंकि उनकी माताजी की तबीयत अक्सर खराब रहती थी। इसी कारण से वो ज्यादा पढ़ाई नहीं कर सके। लेकिन वक्त की मजबूरी थी। इसलिए उन्हें काम करना पड़ा, लेकिन उनके सपने बेहद ही बड़े थे।
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मजदूरी छोड़ शुरू किया यह काम
अगर हम बात करें तो बिट्टू ने एक समय में अपनी शुरुआत मजदूरी से की थी। इसके बाद उनको पता चला कि एक दुकान पर हेल्पर की जरूरत है। इसके बाद उन्होंने वहां पर काम करना शुरू कर दिया। वो दुकान केक की थी। वहां पर सारा काम केक से जुड़ा किया जाता था।
इसके बाद बिट्टू ने जब केक का सारा काम सीख लिया तो खुद की रेहड़ी लगाने का फैसला किया। इसके लिए उन्होंने सामान खरीदा और शहर के चौक चौराहों पर अपना केक बेचने लगे। क्योंकि उनके दिल में हमेशा से अपना काम करने की इच्छा थी। फिर चाहे छोटा ही काम क्यों ना हो।
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फिर शुरू की खुद की केक की दुकान
इसके बाद बिट्टू को पता चला कि वो जिस दुकान पर काम करते थे वो दुकानदार अब अपनी दुकान को बेच रहा है। ऐसे में उन्होंने सोचा कि क्यों ना खुद की दुकान को खरीद लिया जाए। इसके बाद उन्होंने पैसों का जुगाड़ किया और उसी दुकान को खरीद लिया। जिसके बाद लगातार उनका काम बढ़ता गया। क्योंकि उन्हें केक के काम की सारी जानकारी पहले से थी।
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डिजाइन को लोगों ने किया खूब पसंद
बिट्टू का कहना है कि आज के समय में उनसे जो भी इंसान केक बनवाकर ले जाता है उसे उनका लिखा डिजाइन बेहद पसंद आता है। यही वजह है कि वो बार बार उनकी दुकान पर आता है। क्योंकि शहर में उस तरह से आकर्षक अंदाज में कोई दूसरा केक वाला नहीं लिखकर देता है। जिससे उनका काम लगातार बढ़ता ही जा रहा है।
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डाल ली खुद की अपनी फैक्ट्री
इसके बाद जब उनका काम बढ़ गया तो उन्होंने अपने शहर गया के अंदर ही एक केक वाली फैक्ट्री डाल ली। जिसके अंदर आज के समय मे कई कारीगर और मजदूर काम करते हैं। साथ ही उनकी इस काम से हर महीने लाखों रुपए तक की कमाई होती है। जो लोग पहले दूसरे शहर में काम करने जाते थे, आज उन्हें जिले में ही काम मिल गया है।
उनका कहना है कि कभी भले उन्होंने मजदूरी की थी। लेकिन अब उनका वक्त बदल गया है। आज वो ना सिर्फ खुद काम कर रहे हैं, बल्कि अन्य लोगों को भी रोजगार दे रहे हैं। क्योंकि उनके इस No Math Business Idea का शुरू से ही एक मकसद था। जो कि अब जाकर पूरा हुआ है।