Successful Story: सिर्फ ₹3000 लगाया, थोड़ा अलग किया, आज हैं हजारों करोड़ के मालिक

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Successful Story: बिजनेस कोई भी हो उसकी शुरुआत हमेशा छोटे से ही होती है। लेकिन अगर आप उसके अंदर सही दिमाग और सही सोच के साथ काम करेंगे तो एक दिन आप पाएंगे कि वही बिजनेस काफी बड़ा आकार ले लेगा। आज भी हम आपको एक ऐसे ही इंसान की कहानी बताने जा रहे हैं, जिसने शुरुआत तो छोटे से की थी। लेकिन आज उसका बिजनेस करोड़ों रुपए के कारोबार में बदल गया है। इसलिए हर इंसान को उस बिजनेसमैन की कहानी जरूर जाननी चाहिए।

Business Successful Story

आज हम आपको जिस इंसान की कहानी बताने जा रहे हैं उनका नाम है अजय सिंघल। अजय ने अपने जीवन की शुरुआत हरियाणा के रोहतक से की थी। वो इंजीनियरिंग की पढ़ाई करते थे। लेकिन उनके दिमाग में हमेशा कुछ ना कुछ उल्टा सीधा चलता रहता था। ऐसे में वो साल 1982 के अंदर अपने चाचा के साथ मिलकर काम शुरू कर दिया।

उन्होंने दिल्ली के पंजाबी बाग के अंदर एक छोटा सा ऑफिस लिया। जहां पर उन्होंने अपना काम शुरू किया। यहां पर वो ट्रांसपोर्ट का काम करते थे। जिसमें सामान को एक राज्य से दूसरे राज्य में लाना ले जाना होता था।

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1 ट्रक से की थी शुरुआत

अजय ने शुरुआत में केवल 1 के ट्रक से काम की शुरुआत की थी। इसके बाद उनका संपर्क मारुति कंपनी (Maruti Company) के साथ हुआ। जहां पर उनका काम होता था कि कारों को एक जगह से दूसरी जगह पर ले जाना। उनका ट्रक एक बार में 5 कार को एक साथ ले जाने में सक्षम था। जबकि उस समय जो ट्रक आते थे वो इतनी कारें नहीं ले जा सकते थे। इसी को देखते हुए मारूति कंपनी को उनका काम काफी पसंद आया।

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समय के साथ बढ़ता गया गया काम

अजय बताते हैं कि जैसे जैसे समय बीता उनका काम बढ़ता गया। उनके साथ नई कंपनियां जुड़ती गई और उनके काम का विस्तार होता गया। आज के समय में उनकी कंपनी के अंदर 5 हजार से ज्यादा लोग काम करते हैं। साथ ही 5 हजार से ज्यादा उनके पास ट्रक हैं। उनकी कंपनी का नाम ‘ओम लॉजिस्टिक’ है। जिसके अलग अलग राज्यों में गोदाम हैं। जिससे कंपनियां उनसे माल को आसानी से एक राज्य से दूसरे राज्य तक ले जा सकती हैं।

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1990 में चाचा से हो गए अलग

अजय बताते हैं कि वो साल 1990 के अंदर अपने चाचा से अलग हो गए। जिसके बाद उन्होंने सब कुछ खुद से सोचना शुरू किया। साथ ही अपना एक रोडमैप बनाया। जिससे वो अपने इस काम को आगे और ज्यादा विस्तार दे सकें। अच्छी बात ये है कि उनका बनाया प्‍लान काफी हद तक सफल भी रहा। जिससे उनका कारोबार आगे बढ़ता गया। आज भी वो अपने चाचा को याद करते हुए कहते हैं कि उनके जीवन में उनके चाचा का बहुत बड़ा योगदान है।

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आज 2 हजार करोड़ का एंपायर

आज के समय में अजय के पास 2 हजार करोड़ का एंपायर है। जिसके अंदर काफी सारे ट्रक हैं, साथ ही देश के अलग अलग राज्यों में गोदाम मौजूद हैं। जिसके अंदर वो अपने माल को एक जगह से दूसरी जगह पर लाकर सुरक्षित रख सकते हैं। खास बात ये है कि आज के समय में ज्यादातर ट्रांसपोर्ट कंपनियों के पास खुद से ट्रक तो हैं, परंतु उनके पास खुद का वेयरहाउस नहीं है। ऐसे में कंपनी को सामान लाकर रखने में काफी दिक्कत होती है।

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