Small Saving Schemes: छोटे निवेशकों के लिए बड़ी खबर आने वाली है। सरकार जल्द ही 13 स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों में बदलाव करने की योजना बना रही है। इस कदम से लाखों निवेशकों की वित्तीय योजना प्रभावित हो सकती है। वित्त मंत्रालय द्वारा जुलाई से सितंबर तिमाही के लिए ब्याज दरों की समीक्षा जून के अंत में की जाएगी।
कौन कौन सी हैं ये 13 स्कीम्स?
इन 13 स्कीम में पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट, राष्ट्रीय बचत प्रमाण पत्र, किसान विकास पत्र (KVP), सुकन्या समृद्धि योजना (SSY), सार्वजनिक भविष्य निधि योजना और पोस्ट ऑफिस रेकरिंग डिपॉजिट जैसी योजनाएं शामिल हैं। ये स्कीम्स न केवल सुरक्षित निवेश के विकल्प प्रदान करती हैं, बल्कि टैक्स की छूट के साथ अच्छा रिटर्न भी देती हैं।
Also Read: NPS पर मोदी 3.0 सरकार ने लिया फैसला, पहले से बेहतर या नहीं, जानें!
13 स्मॉल सेविंग स्कीम के द्वारा दिए जाने वाली ब्याज दर
सरकार की 13 स्मॉल सेविंग स्कीम के द्वारा दी जाने वाली ब्याज दर कुछ इस प्रकार से है।
नंबर | स्माॅल सेविंग स्कीम | ब्याज दर, 01-04-2024 से 30-06-2024 तक | कितने टाइम में मिलता है ब्याज |
1. | पोस्ट ऑफिस सेविंग अकाउंट | 4.00% | हर वर्ष |
2. | राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र | 7.7% | हर वर्ष |
3. | वरिष्ठ नागरिक बचत योजना | 8.2% | हर तीन महीने बाद |
4. | सार्वजनिक भविष्य निधि योजना | 7.1% | हर वर्ष |
5. | मंथली इनकम स्कीम | 7.4% | हर महीने |
6. | सुकन्या समृद्धि योजना | 8.2% | हर वर्ष |
7. | किसान विकास पत्र | 7.5% | हर वर्ष |
8. | महिला सम्मान सेविंग स्कीम | 7.5% | हर तीन महीने बाद |
9. | 1 साल की एफडी | 6.9% | हर तीन महीने बाद |
10. | 2 साल की एफडी | 7.0% | हर तीन महीने बाद |
11. | 3 साल की एफडी | 7.1% | हर तीन महीने बाद |
12. | 5 साल की एफडी | 7.5% | हर तीन महीने बाद |
13. | 5 साल का रेकरिंग डिपॉजिट | 6.7% | हर तीन महीने बाद |
Related: इस सरकारी स्कीम में करें निवेश, नौकरी शुरू करते ही बेटे को मिलेगा 1 करोड़!
सरकार कब करती है ब्याज दर में बदलाव
भारत सरकार छोटी बचत योजनाओं (Small Saving Schemes) की ब्याज दरों में बदलाव प्रत्येक तिमाही (quarter) करती है। इसका मतलब है कि ब्याज दरें प्रत्येक तीन महीने के बाद बदली जाती हैं। यह परिवर्तन निम्नलिखित तिथियों पर होता है।
- 1 अप्रैल – पहली तिमाही (अप्रैल से जून) के लिए
- 1 जुलाई – दूसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर) के लिए
- 1 अक्टूबर – तीसरी तिमाही (अक्टूबर से दिसंबर) के लिए
- 1 जनवरी – चौथी तिमाही (जनवरी से मार्च) के लिए
इन तिथियों पर सरकार छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों का पुनर्मूल्यांकन करती है और आवश्यकतानुसार उन्हें बदलती है।