Business Idea: अगर आप कम बजट में अधिक मुनाफा देने वाला बिजनेस ढूंढ़ रहे हैं, तो सिंघाड़ा की खेती आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है। केवल 20 हजार रुपए के बजट में आप इस व्यवसाय को शुरू कर सकते हैं, और सालाना ₹60,000 की शुद्ध कमाई प्राप्त कर सकते हैं।
खास बात यह है कि सिंघाड़ा की खेती के लिए सिंचाई की कोई जरूरत नहीं होती, क्योंकि यह तालाबों में की जाती है। आइए जानते हैं इस व्यापार के बारे में विस्तार से।
Simple Business Idea
सिंघाड़ा, जिसे वाटर चेस्टनट भी कहते हैं, एक जलीय फल है जो तालाबों या स्थिर जल में उगता है। इसका स्वाद और पौष्टिकता इसे एक बेहतरीन विकल्प बनाता है।
मार्केट में इसकी अच्छी मांग है, विशेषकर सर्दियों में इसकी बिक्री काफी बढ़ जाती है। इसमें आयरन, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर जैसे तत्व होते हैं, जिससे इसे एक सेहतमंद फल माना जाता है।
यह भी पढ़ें: 6 साल में ही बना दिया 600 करोड़ का बिजनेस, कॉलेज फीस बचाकर किया था शुरू
आपको पड़ेगी 20 हजार रुपये की जरुरत
सिंघाड़ा की खेती के लिए आपको किसी विशेष प्रकार के बड़े खेत की आवश्यकता नहीं होती, बल्कि इसके लिए एक तालाब या बड़ा जलाशय ही पर्याप्त होता है। इस खेती को शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको 20,000 रुपए का निवेश करना होगा, जिसमें तालाब की साफ-सफाई, बीज खरीदना, और अन्य प्रारंभिक खर्चे शामिल हैं।
तालाब के अंदर बीजों को बुवाई कर देने के बाद, इसमें कोई अतिरिक्त सिंचाई की आवश्यकता नहीं होती, क्योंकि तालाब का पानी ही पौधों की वृद्धि के लिए पर्याप्त होता है।
यह भी जानें: वारी के पार्टनर बनकर ₹47000 कमाई, हर साल बढ़ता जाएगा, डिटेल्स पढ़िए
इस समय करें बुवाई
सिंघाड़ा की खेती का सही समय जून जुलाई के बीच का होता है। इस समय में तालाब का पानी गर्म होता है और बीजों को अंकुरित होने में मदद मिलती है।
एक बार बुवाई हो जाने के बाद, पौधे धीरे-धीरे पानी में फैलने लगते हैं और सितम्बर अक्टूबर तक फल लगना शुरू हो जाते हैं। अक्टूबर-नवंबर के आसपास सिंघाड़ा का फसल तैयार हो जाता है और आप इसे तोड़ सकते हैं।
यह भी पढ़ें: हर दिन डिमांड, बेजोड़ मुनाफा, इस खेती पर सरकार भी दे रही है सब्सिडी
बीज और पौधों की देखभाल
सिंघाड़ा की खेती में कीटनाशकों का उपयोग बेहद कम किया जाता है, क्योंकि तालाब के पानी में पहले से ही कई ऐसे तत्व होते हैं जो फसल को कीटों से बचाते हैं।
इसके अलावा, इस फसल में पानी की कमी नहीं होती, इसलिए इसका रखरखाव अन्य फसलों के मुकाबले आसान होता है। केवल फसल के शुरूआती दौर में तालाब की साफ-सफाई पर ध्यान देना जरूरी होता है।
यह भी जानें: शुरू हुआ ₹35000 कमाई वाला जोमैटो प्रोग्राम, कोई भी कर सकता है ज्वाइन
शुरू करते समय आवश्यक खर्च
सिंघाड़ा की खेती में प्रारंभिक खर्च कुछ इस है:
- तालाब की सफाई और तैयारी: ₹5,000
- सिंघाड़ा के बीज: ₹10,000 के आसपास
- अन्य खर्च (जैसे श्रमिकों का खर्च): ₹5,000
इन खर्चों को मिलाकर शुरुआती निवेश लगभग ₹20,000 तक आता है। एक बार तालाब तैयार हो जाने के बाद, इस खर्च में कमी आ जाती है और आपकी लागत केवल बीज खरीदने में होती है।
यह भी पढ़ें: सहायता समूह से उधार लेकर शुरू किया, 2 बच्चों की माँ करने लगी है ₹20,000 कमाई
60 रुपये तक प्रति किलो बिकता है
यदि आप एक एकड़ तालाब में सिंघाड़ा की खेती करते हैं, तो एक बार में आप लगभग 20 से 30 क्विंटल तक सिंघाड़ा प्राप्त कर सकते हैं। मार्केट में सिंघाड़ा का मूल्य प्रति किलो ₹40 से ₹60 तक होता है।
यानी, एक फसल से लगभग ₹80,000 से ₹1,00,000 की आय हो सकती है। यदि सभी खर्चों को घटा दें, तो आपकी शुद्ध कमाई ₹60,000 तक आराम से हो सकती है।